कब है एकदंत संकष्टी चतुर्थी ? क्या है इसका महत्व और शुभ मुहूर्त व पूजन विधि, जानिए सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य श्री रोहित गुरु जी से..

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एकदंत संकष्टी चतुर्थी कल दिनाँक 29 मई (शनिवार), ज्येष्ठ माह की तृतीया तिथि को मनाई जाएगी. हिंदू धर्म में एकदंत संकष्टी चतुर्थी का बहुत महत्व बताया गया है. यह संकष्टी चतुर्थी सर्वप्रथम पूज्य गणेश भगवान को समर्पित मानी जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, विघ्नहर्ता भगवान गणेश इस व्रत को करने वाले सभी जातकों के जीवन के कष्ट हर लेते हैं और उनके बिगड़े हुए काम भी बनाते हैं.

इस बार एकदंत संकष्टी चतुर्थी के दिन 2 शुभ योग भी लग रहे हैं. ये योग हैं- शुभ और शुक्ल योग. शुभ योग सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक है. इसके बाद शुक्ल योग है. संकष्टी चतुर्थी पर भक्त व्रत रखेंगे और गणेश भगवान की पूजा अर्चना करेंगे. पूजा घर पर ही करें . कोरोना की दूसरी लहर की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ है जिस कारण मंदिर जाकर पूजा करने का विचार त्याग दीजिएगा. संकष्टी चतुर्थी की पूजा चंद्रमा के उदय के बाद ही पूरी मानी जाती है. आइए जानते हैं व्रत का मुहूर्त और पूजा विधि…

* ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि आरंभ- 29 जून सुबह 06 बजकर 33 मिनट से 
* ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि समाप्त- 30 मई सुबह 04 बजकर 03 मिनट पर
* 29 मई 2021 चंद्रोदय समय- रात्रि 10 बजकर 30 मिनट पर

एकदंत संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि:

-संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर नित्यकर्म और स्नान करने बाद पूजाघर की साफ सफाई करें, आसन पर बैठकर व्रत का संकल्प लें और पूजा शुरू करें.

-गणेश भगवान गणेश जी की प्रिय चीजें पूजा में अर्पित करें और उन्हें मोदक का भोग लगाएं.

-संकष्टी चतुर्थी का व्रत सूर्योदय के समय से लेकर चन्द्रमा उदय होने के समय तक व्रत रखा जाता है.

– चंद्रमा दर्शन के बाद ही गणेश चतुर्थी व्रत पूर्ण माना जाता है. इसके बाद व्रती व्रत का पारण कर सकता है.

संकष्टी चतुर्थी महत्व

संकष्टी चतुर्थी पर माताएं अपनी संतान के लिए निर्जला उपवास करती हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान आयु में वृद्धि होती है और संतान के सभी कष्ट दूर होते हैं। इस व्रत के विषय में भविष्य पुराण में उल्लेख मिलता है कि जब मन संकटों से घिरा हुआ लगे तब गणेश चतुर्थी का व्रत करना चाहिए। इस व्रत को करने से धर्म, अर्थ, मोक्ष, विद्या, धन व आरोग्य की प्राप्ति होती है।

विशेष– भव्यशक्ति ज्योतिष अनुसंधान- ध्यान योगी रोहित गुरु जी द्वारा किसी भी ज्योतिष परामर्श के लिए हमें अपना प्रश्न अपने डिटेल्स के साथ भेजिये। हमारा ईमेल पता है- eleindianews.in@gmail.com हमारा व्हाट्सएप न. है- 9650145075 , 9926026116

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