अब देश के सभी राज्य एक एक-दूसरे का स्थापना दिवस मनाएंगे। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यह बड़ा और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इसके तहत, सभी राज्य अब ना केवल अपना स्थापना दिवस मनाएंगे बल्कि अन्य राज्यों का भी स्थापना दिवस भी मनाएंगे। सरकार ने यह निर्णय ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा देने के लिए लिया है। इसके तहत अब से देश में सभी राजभवनों में सभी राज्यों के स्थापना दिवस मनाए जाएंगे।
30 राजभवनों में मनेंगे राज्यों के स्थापना दिवस
पहली बार देश के 30 राजभवनों (राज्यपाल निवास स्थान) में सोमवार को महाराष्ट्र और गुजरात राज्य स्थापना दिवस पर कार्यक्रम होंगे। देश की सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं को उत्सव के रूप में मनाने के लिए यह पहल की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, असम, उत्तराखंड सहित सभी राज्यों के राजभवनों में वहां रह रहे महाराष्ट्र और गुजरात मूल के विशिष्ट नागरिकों को आमंत्रित किया जाएगा। यहां कई तरह के कार्यक्रम होंगे। इनमें राज्यों की पारंपरिक वेशभूषा, समृद्ध संस्कृति और व्यंजनों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
सभी राज्यों के दिवस पर भी होंगे ऐसे ही आयोजन
महाराष्ट्र व गुजरात दिवस जैसे ही आयोजन बाकी राज्यों के स्थापना दिवस पर भी सभी राजभवनों में होंगे। उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा हर राज्य की संस्कृति, विरासत और परंपराओं को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ पहल के तहत उत्सव के रूप में मनाने पर जोर दिया गया है। काशी-तमिल समागम जैसे आयोजनों व कई राज्यों के पारंपरिक पर्वों में भी वे शामिल होते रहे हैं। इसका उद्देश्य राज्यों की विविधता पूर्ण परंपराओं और संस्कृति से पूरे देश का परिचय करवाना है।
सरदार पटेल की 140वीं जयंती पर पीएम ने की थी ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की घोषणा
सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती पर 31 अक्टूबर, 2015 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहल ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की घोषणा की गई थी। इसके पहल का उद्देश्य विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं के ज्ञान से उनके बीच समझ और जुड़ाव बढ़ाते हुए भारत की एकता और अखंडता भी मजबूत होगी।
2025 तक 252 अरब तक पहुंच जाएगा भारतीय वैक्सीन बाजार : जितेंद्र सिंह
फार्मा और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में देश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि भारतीय वैक्सीन बाजार के 2025 तक 252 अरब रुपये के मूल्यांकन तक पहुंचने की उम्मीद है। यूनाइटेड किंगडम की 6 दिवसीय यात्रा पर गए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने 175 साल पुराने लंदन विज्ञान संग्रहालय का दौरा किया।
उन्होंने सरकार द्वारा भारत में इसी तरह के विज्ञान संग्रहालय स्थापित करने की बात कही। मंत्री ने कहा कि इन संग्रहालयों को स्थापित करने का विचार आम नागरिकों विशेष रूप से युवाओं को उनकी छिपी क्षमता का एहसास कराने में मदद करना है और कभी-कभी उनकी अंतर्निहित योग्यताओं की खोज भी करना है।
इसके बारे में वे खुद नहीं जानते होंगे। विज्ञान संग्रहालय लंदन में दक्षिण केंसिंग्टन प्रदर्शनी रोड पर स्थित है। इसकी स्थापना 1857 में हुई थी। डॉ. जितेन्द्र सिंह का यह दौरा मुख्य रूप से ऊर्जा क्रांति, टीके और अंतरिक्ष गैलरी से संबंधित क्षेत्रों पर केंद्रित था। इस दौरान संग्रहालय का प्रबंधन भारत की कोविड सफलता की कहानी से बहुत प्रभावित था।
विशेष रिपोर्ट-
प्रवीण यादव
सह-संस्थापक : ELE India News