लंदन में दिए गए राहुल गांधी के बयान की आलोचना करने पर कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा कि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति के तौर पर एक अंपायर होते हैं, वह किसी पार्टी के लिए चीयरलीडर नहीं हो सकते। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर जमकर निशाना साधा।
जयराम रमेश ने गुरुवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि राहुल गांधी ने लंदन में दिए गए अपने भाषण में कुछ जरूरी टिप्पणियां की हैं। इसपर उपराष्ट्रपति का बयान निराशाजनक है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति का कार्यालय संवैधानिक है। इसे संविधान ने राज्यसभा के अध्यक्ष होने की अतिरिक्त जिम्मेदारी प्रदान की है। ऐसे में उन्हें किसी भी राजनीतिक दल के प्रति झुकाव, किसी दल के प्रति पूर्वाग्रह से मुक्त होना चाहिए। राजनीतिक दल के प्रति निष्ठा का त्याग करने की आवश्यकता होती है।
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— Dainik Jagran (@JagranNews) March 10, 2023
जयराम रमेश ने और क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने राहुल गांधी पर की गई उपराष्ट्रपति की टिप्पणी पर हैरानी जताई। कहा कि वह (जगदीप धनखड़) एक ऐसी सरकार के बचाव में उतर आए हैं, जिससे उन्हें संवैधानिक रूप से दूरी बनाई रखनी चाहिए। आगे जयराम रमेश ने राहुल गांधी का बचाव भी किया। कहा, ‘राहुल गांधी ने विदेश में ऐसा कुछ नहीं कहा है जो उन्होंने यहां कई बार नहीं कहा है। उनका बयान तथ्यों पर आधारित है और जमीनी सच्चाई बताता है।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में विपक्षी दलों से संबंधित संसद के 12 से अधिक सदस्यों ने संसद में उनकी आवाज को दबाने का विरोध करने के लिए विशेषाधिकार हनन के नोटिस दिया है।
ये भी बोले जयराम
- आठ साल में विपक्षी नेताओं के यहां छापेमारी करवाकर सबको डराने की कोशिश की गई है, ताकि लोग आवाज उठाना बंद कर दें।
- चैनलों और समाचार पत्रों को ब्लैक आउट किया गया है, छापे मारे गए हैं और इस हद तक डराया गया है कि मीडिया में केवल सरकार की ही बात कही जा रही है।
- असहमति रखने वालों को दंडित किया जा रहा है। हम इस शासन के विरोध में सबसे सुसंगत आवाज रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे।
उपराष्ट्रपति ने राहुल पर साधा था निशाना
लंदन में राहुल गांधी के दिए बयानों की उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर चुप रहा तो संविधान का गलत पक्ष बनूंगा। धनखड़ ने कहा कि जब देश जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है तो कुछ लोग हमें बदनाम करने के लिए ओवरटाइम कर रहे हैं। देश के अंदर या बाहर जो भी इस तरह की बातें कर रहा है, वह देश का अपमान है।