देश में स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी है। साल के आखिरी सप्ताह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचने लगे हैं। शुक्रवार को मंदिर के बाहर करीब 1 किलो मीटर लंबी कतार लगी हुई थी। जिन श्रद्धालुओं की अग्रिम बुकिंग नहीं हुई, वे 250 रुपए के शीघ्र दर्शन टिकट लेकर दर्शन करने पहुंचे। करीब 11 हजार दर्शनार्थियों ने दर्शन किए।
🙏🚩जय श्री महाँकाल 🚩🙏
🚩🕉️श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग जी का आज का भस्मआरती श्रृंगार दर्शन🕉️🚩
🔱28 दिसम्बर 2020 (सोम वार) pic.twitter.com/rhsfix2On8— Mahakaleshwar Temple Ujjain (@Ujjain_darshana) December 28, 2020
बता दें कि 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक साल के आखिरी सप्ताह में बड़ी संख्या में भक्त महाकाल दर्शन करने आते हैं। इस साल इसकी शुरुआत शुक्रवार को क्रिसमस अवकाश के साथ हो गई है। कोरोना काल में पहली बार दर्शन के लिए इतनी बड़ी कतार लगी। बता दें कि ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में अब प्रतिदिन 12 हजार भक्तों को महाकाल दर्शन की अनुमति मिलेगी।
29 दिसंबर को होने वाली मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दी जा सकती है। दर्शनार्थियों को इसका लाभ 30 दिसंबर से ही मिलना शुरू हो जाएगा। बता दें वर्तमान में 8 से 9 हजार भक्तों को दर्शन की अनुमति दी जा रही है।
देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में भी भक्तों का प्रवेश शुरू हो गया था। मंदिर समिति अग्रिम बुकिंग के आधार पर भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन करा रही है। वर्तमान में 8 से 9 हजार भक्तों को महाकाल दर्शन कराए जा रहे हैं,
हालांकि, मंदिर समिति ने अधिक भक्तों को अनुमति देने की योजना बनाई है। 29 दिसंबर को कलेक्टर आशीषसिंह की अध्यक्षता में होने वाली प्रबंध समिति की बैठक में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया जा सकता है। बैठक में फैसिलिटी सेंटर के समीप स्थित भूमि को नगर निगम को सौंपने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हो सकती है। पहली बार मंदिर के गर्भगृह औ्र नंदीहॉल की पुष्प सज्जा को लेकर प्रस्ताव शामिल होगा।
इसमें पुष्प सज्जा कराने वाले श्रद्धालुओं के लिए भांग श्रृंगार की तर्ज पर रसीद कटवाना अनिवार्य किया जाएगा। अगर दानदाता नहीं भी आते हैं, तो मंदिर समिति अपने खर्च पर पर्व, त्योहार के समय पुष्प सज्जा कराएगी। इसके लिए अलग से फंड रखने का प्रस्ताव भी बैठक में रखा जा सकता है।