जो बाइडेन ने बुधवार को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उनके साथ ही उनकी डिप्टी भारतीय मूल की कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। जो बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी और कहा कि हम भारत-अमेरिका के संबंधों को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी कोर टीम में 21 भारतीय मूल के अमेरिकियों को शामिल किया है। जो अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारतीय-वंशजों के बढ़ते कद और सम्मान को दर्शाता है।
#WATCH | Joe Biden sworn-in 46th President of the United States of America. pic.twitter.com/XJSt9x00CU
— ANI (@ANI) January 20, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किय, ‘संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने पर जो बाइडेन को हार्दिक बधाई। मैं भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए उनके साथ करने का इंतजार कर रहा हूं।’ अपने अगले ट्वीट में पीएम ने लिखा, ‘वैश्विक शांति, सुरक्षा, एक जैसी चुनौतियों के समाधान और अमेरिका को आगे बढ़ाने के लिए आपको एक सफल कार्यकाल की शुभकामनाएं देता हूं।’
The India-US partnership is based on shared values. We have a substantial and multifaceted bilateral agenda, growing economic engagement and vibrant people to people linkages. Committed to working with President @JoeBiden to take the India-US partnership to even greater heights.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2021
अपने अंतिम ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, ‘भारत-अमेरिका की साझेदारी साझा मूल्यों पर आधारित है। हमारे पास एक पर्याप्त और कई चीजों को समाहित करता हुआ द्विपक्षीय एजेंडा है। इसके साथ ही आर्थिक क्षेत्र में बढ़ता जुड़ाव और लोगों से लोगों का संबंध है। हम भारत-अमेरिका को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए जो बाइडन के साथ करने को प्रतिबद्ध हैं।’
बुधवार को जो बाइडेन ने अपने परिवार की 127 वर्ष पुरानी बाइबिल के साथ शपथ ली। इस दौरान उनकी पत्नी जिल बाइडेन अपने हाथों में बाइबिल लिए खड़ी रहीं। जनता के नेता, सुधारक और दूसरों का दर्द समझने वाले व्यक्ति के रूप में प्रसिद्ध जो बाइडेन किसी जमाने में देश के सबसे युवा सीनेटरों में से एक थे और आज अपने लंबे अनुभव के साथ अमेरिकी इतिहास के सबसे बुजुर्ग राष्ट्रपति बनने तक का उनका सफर बेहद दिलचस्प रहा है। उनके पास लगभग पांच दशक का राजनीतिक अनुभव है।