अब SBI में FD पर मिलेगा ज्यादा ब्याज, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी

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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाली ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। दरअसल, SBI ने 2 करोड़ रुपए से कम की FD पर मिलने वाली ब्याज दरों में 5 से 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर दिया है। अब SBI में FD कराने पर 3% से लेकर 7% तक ब्याज मिलेगा। SBI की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, FD पर नई ब्याज दरें 15 फरवरी से लागू हो गई हैं।

SBI ने यह अनाउंसमेंट RBI के रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद की है। RBI ने 8 फरवरी को रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही अब रेपो रेट 6.25% से बढ़कर 6.5% हो गई है। SBI से पहले एक्सिस बैंक, ICICI बैंक और PNB समेत कई बैंक भी FD पर मिलने वाली ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर चुके हैं।

SBI में 1 साल की FD पर मिलेगा 6.8% ब्याज

नई ब्याज दरों के अनुसार, अगर अब आप SBI में 1 साल के लिए FD कराते हैं तो आपको सालाना 6.8% की दर से ब्याज मिलेगा। वहीं 2 साल की FD पर बैंक सबसे ज्यादा 7% का ब्याज देगा। इसके अलावा 3 और 5 साल की FD पर 6.5-6.5% ब्याज मिलेगा।

SBI ने 400 दिन की स्पेसिफिक टेन्योर स्कीम भी शुरू की

इसके अलावा SBI ने 400 दिन की एक स्पेसिफिक टेन्योर स्कीम भी शुरू की है। इस स्कीम में बैंक अपने कस्टमर्स को 7.10% का ब्याज दे रहा है। स्कीम 31 मार्च तक वैलिड रहेगी। SBI ने MCLR में भी 10bps की बढ़ोतरी की है। बैंक ने इससे पहले 13 दिसंबर को कुछ चुनिंदा टेन्योर के लिए FD पर ब्याज दर में 65bps की बढ़ोतरी की थी।

FD से मिलने वाले ब्याज पर भी देना होता है टैक्स

FD से मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्सेबल होता है। आप एक साल में FD पर जो भी ब्याज कमाते हैं, वो आपकी एनुअल इनकम में जुड़ता है। कुल आय के आधार पर, आपका टैक्स स्लैब निर्धारित किया जाता है। चूंकि FD पर अर्जित इंटरेस्ट इनकम को “इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज” माना जाता है, इसलिए इसे टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स या TDS के तहत चार्ज किया जाता है। जब आपका बैंक आपकी ब्याज आय को आपके अकाउंट में जमा करता है, तो उसी समय TDS काट लिया जाता है।

आइए जानते हैं FD पर टैक्स से जुड़े कुछ प्वाइंट्स

  • यदि आपकी कुल आय एक वर्ष में 2.5 लाख रुपए से कम है, तो बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर TDS नहीं काटता है। हालांकि, इसके लिए आपको फॉर्म 15G या 15H जमा करना पड़ेगा। ऐसे में अगर आप TDS बचाना चाहते हैं तो फॉर्म 15G या 15H जरूर जमा करें।
  • यदि सभी FD से आपकी इंटरेस्ट इनकम एक वर्ष में 40,000 रुपए से कम है, तो TDS नहीं काटा जाता है। वहीं अगर आपकी ब्याज आय 40,000 रुपए से अधिक है तो 10% TDS काटा जाएगा। पैन कार्ड नहीं देने बैंक 20% काट सकता है।
  • 40,000 से ज्यादा इंटरेस्ट इनकम पर TDS काटने की यह लिमिट 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए है। वहीं 60 साल से ज्यादा उम्र, यानी सीनियर सिटिजन की FD से 50 हजार रुपए तक की आय टैक्स फ्री होती है। इससे ज्यादा आय होने पर 10% TDS काटा जाता है।
  • अगर बैंक ने आपकी FD इंटरेस्ट इनकम पर TDS काट लिया है और आपकी कुल आय इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आती है तो आप काटे गए TDS को टैक्स फाइल करते समय क्लेम कर सकते हैं। ये आपके अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा।

    विशेष रिपोर्ट-
    सुरेन्द्र कुमार
    ‘एक्सपर्ट एडवाइजर’ -ELE India News

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