अदाणी-हिंडनबर्ग विवाद और महंगाई को लेकर कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है। गुजरात में पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने हाथ में तख्तियां लेकर इन मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अदाणी मामले को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
वे खुद यहां लोकतंत्र को कुचल रहे हैं और हर एजेंसी का गलत उपयोग कर रहे हैं। वे देश को एक तानाशाही की तरह चला रहे हैं और फिर ये लोग लोकतंत्र और देशभक्ति की बात करते हैं: संसद में विपक्ष के नेता राज्यसभा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे pic.twitter.com/5YCdUl1Pne
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 13, 2023
दूसरी ओर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा और उस पर देश के लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया। संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकतंत्र संबंधी टिप्पणी के मुद्दे को उठाने और उनसे माफी मांगने की मांग को लेकर खरगे ने सरकार पर पलटवार किया और कहा कि लोकतंत्र को कुचने वाले लोग इसे बचाने की बात कर रहे हैं।
हम अडानी शेयरों के मुद्दे पर JPC के गठन की मांग कर रहे हैं। जब हम इस मुद्दे को उठाते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है और सदन में हंगामा शुरू हो जाता है। इसके लिए आज भी हम JPC की मांग कर रहे हैं: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे pic.twitter.com/0pqRGzufvG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 13, 2023
‘तानाशाह’ की तरह देश चला रहे पीएम मोदी
खरगे ने बीआरएस, वाम दलों और आप सहित अन्य विपक्षी दलों के सांसदों के साथ संसद भवन परिसर से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला और आरोप लगाया कि देश में कानून का कोई शासन नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को ‘तानाशाह’ की तरह चला रहे हैं। राहुल गांधी ने लंदन में भारत के लोकतंत्र पर टिप्पणी की थी। इसके बाद भाजपा ने इसे कथित तौर पर देश को विदेशी धरती पर बदनाम पर बदनाम करने का आरोप लगाया था और राहुल के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू किया था। जिसके बाद विरोध मार्च निकाला गया था।
वे खुद यहां लोकतंत्र को कुचल रहे हैं और हर एजेंसी का गलत उपयोग कर रहे हैं। वे देश को एक तानाशाही की तरह चला रहे हैं और फिर ये लोग लोकतंत्र और देशभक्ति की बात करते हैं: संसद में विपक्ष के नेता राज्यसभा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे pic.twitter.com/5YCdUl1Pne
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नहीं उठा सकते दूसरे सदने के सदस्य से जुड़ा मामला
गांधी ने हाल ही में लंदन में आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर बर्बर हमला हो रहा है और देश के संस्थानों पर बड़े पैमाने पर हमले हो रहे हैं। खरगे ने कहा कि सदन के नेता दूसरे सदन के सदस्य से संबंधित मामला नहीं उठा सकते, क्योंकि यह नियमों के खिलाफ है और इस मुद्दे को केवल उस सदन में उठाया जा सकता है जिसके गांधी सदस्य हैं।
‘मोदी सरकार में संविधान के लिए जगह नहीं’
खरगे ने विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, वे (भाजपा) लोकतंत्र को कुचल रहे हैं और नष्ट कर रहे हैं और लोकतंत्र व देश के गौरव को बचाने की बात कर रहे हैं। मोदी जी के शासन में संविधान के लिए कोई जगह नहीं है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, वे (भाजपा) एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी दलों को दबा रहे हैं। ये लोग लोकतंत्र, राष्ट्रवाद और देश के गौरव की बात कर रहे हैं। यह ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की तरह है।
पीएम मोदी के पुराने बयान दिलाए याद
गांधी की टिप्पणी का बचाव करते हुए उन्होंने दावा किया कि देश में स्वायत्त निकायों को दबाया जा रहा है और भाजपा शासन में लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। खरगे ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने कई बार विदेश में भारत का मजाक उड़ाया है। उन्होंने चीन, दक्षिण कोरिया, कनाडा, यूएई में उनके भाषणों का उदाहरण दिया। खरगे ने कहा, “मैं आपको चीन में दिए गए आपके (पीएम मोदी) बयान की याद दिलाना चाहता हूं। आपने कहा था- पहले आपको भारतीय पैदा होने पर शर्म आती थी। अब आप देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस करते हैं। क्या यह भारत और भारतीयों का अपमान नहीं था? कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि अपने मंत्रियों को अपनी यादें ताजा करने के लिए कहें।”
देश के मान-सम्मान की बात करने वाले प्रधानमंत्री मोदी कई बार विदेशी धरती पर देश को शर्मसार कर चुके हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge ने बताए ऐसे 4 मौके जब PM मोदी ने विदेशी धरती पर देश को अपमानित किया: pic.twitter.com/SgFFwXaJCF
— Congress (@INCIndia) March 13, 2023
‘उपदेश देने से पहले पहले सच्चाई का आईना देखें’
उन्होंने दक्षिण कोरिया में प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “दक्षिण कोरिया में आपने कहा था- एक समय था जब लोगों को लगता था कि उन्होंने अपने पिछले जन्म में क्या पाप किया जिसके परिणामस्वरूप भारत में जन्म हुआ, क्या आप इसे एक देश कहते हैं…
कांग्रेस पार्टी को उपदेश देने से पहले पहले सच्चाई का आईना देखें!” उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री भारत के खिलाफ हर तरह की बातें कह सकते हैं तो अगर राहुल गांधी ऐसा करते हैं तो यह अपराध क्यों है।
‘अदाणी मामले में करते रहेंगे जेपीसी की मांग’
खरगे ने आरोप लगाया कि अदाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए सरकार द्वारा यह सब किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम अदाणी मुद्दे पर जेपीसी की मांग कर रहे हैं। सरकार इससे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है… हम अदाणी मुद्दे पर जेपीसी की मांग करते रहेंगे। विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यसभा में उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। सदन के नेता को 10 मिनट बोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन जब वह उठे तो सदन को दो मिनट के बाद स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस का देशव्यापी प्रदर्शन किया
इस बीच कांग्रेस ने अदाणी समूह से जुड़े मामले पर मोदी सरकार की चुप्पी के खिलाफ सोमवार को देशभर में प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजभवनों की तरफ कूच किया। लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं ने भोपाल में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन किया। कई जगह से पुलिस की ओर से कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार किए जाने की भी खबरें आईं। जम्मू में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वकार रसूल वानी, हिमाचल प्रदेश में राज्य कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, असम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा और चंडीगढ़ में पंजाब प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की अगुवाई में पार्टी ने प्रदर्शन किया।
अडानी मामले में मोदी सरकार की चुप्पी के विरोध में राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने विजय चौक तक मार्च निकाला। pic.twitter.com/jTOUGGuOXK
— Congress (@INCIndia) March 13, 2023
आरोपों की जांच कर रहा है सेबी : सरकार
वहीं, सरकार ने लोकसभा को बताया कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह का हिस्सा बनने वाली नौ सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में लगभग 60 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, लेकिन इन कंपनियों के शेयरों में उतार चढ़ाव का प्रणालीगत स्तर पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ा है। लोकसभा में एन के प्रेमचंद्रन के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह बात कही।
सदस्य ने पूछा था कि क्या सरकार ने देश के कारपोरेट क्षेत्र में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के प्रभाव का विश्लेषण किया है? क्या रिपोर्ट के प्रभाव के संबंध में कोई जांच कराने का उसका कोई विचार है? इस पर चौधरी ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को प्रतिभूति बाजारों के वैधानिक नियामक के रूप में निवेशकों के संरक्षण सहित प्रतिभूति बाजारों के स्थिर संचालन और विकास को प्रभावित करने के लिए नियामक ढांचे को लागू करने का आदेश प्राप्त है। इसके अनुसार सेबी किसी भी बाजार इकाई द्वारा अपने विनियमों के कथित उल्लंघन की जांच करता है। यह अदाणी ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ बाजार के आरोपों की जांच कर रहा है।
विशेष रिपोर्ट-
अजीत राय ‘विश्वास’
चीफ एडवाइजर- ELE India News