राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्रियों ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए दिया योगदान

0
187

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए दान राशि एकत्रित करने के अभियान की शुरुआत शुक्रवार को हुई और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख रुपए से अधिक का योगदान दिया। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के परिवार ने मंदिर के निर्माण के लिए पांच लाख रुपए से अधिक का योगदान पहले ही दे दिया है।

इससे पहले दिन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित वाल्मीकि मंदिर में एक पूजा की। सबसे बड़ा योगदान रायबरेली जिले के बैसवाड़ा के तेजगांव के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह का रहा जिन्होंने विहिप के उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को 11111111 रुपए का चेक प्रदान किया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) राम मंदिर निर्माण आंदोलन में सबसे आगे रही है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास ने मंदिर निर्माण के लिए धन एकत्रित करने के लिए विहिप को अधिकृत किया है। विहिप के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, विहिप ने मंदिर निर्माण के वास्ते धन संग्रह के लिए अपना अभियान आज शुरू किया। इसकी शुरुआत देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की ओर से 500100 रुपए की राशि प्राप्त करने से हुई। 

नायडू की पत्नी ऊषा नायडू पहले ही मंदिर के निर्माण के लिए पूरे परिवार की ओर से 511116 रुपए का योगदान दे चुकी हैं। राष्ट्रपति से दान प्राप्त करने के लिए मंदिर न्यास के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, विहिप के आलोक कुमार, ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा और आरएसएस के दिल्ली नेता कुलभूषण आहूजा ने राष्ट्रपति भवन में कोविंद से मुलाकात की। खबरों के अनुसार, देश भर में राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों द्वारा भी योगदान दिया गया है।

विहिप के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से भी मुलाकात की और मंदिर के निर्माण के लिए दान के रूप में 1.21 लाख रुपए प्राप्त किए, जबकि राज्य के मुख्यमंत्री ने भी 1.51 लाख रुपए का योगदान दिया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल और उत्तर प्रदेश और झारखंड के राज्यपालों ने भी विहिप के प्रतिनिधिमंडलों को अपना योगदान दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here