राजस्थान, एमपी, यूपी और दिल्ली समेत 6 राज्यों में अगले दो दिन गर्म हवा चलेगी, 40 डिग्री से ज्यादा रहेगा तापमान

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उत्तर भारत को फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और नॉर्थ वेस्ट एमपी में अगले दो दिनों में गर्म हवाएं (हीट वेव) चलने के आसार हैं। मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य (40 डिग्री) से 4.5 डिग्री ऊपर पहुंचने पर हीट वेव की स्थिति घोषित कर दी जाती है।

मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, वेस्ट यूपी, नॉर्थ-वेस्ट राजस्थान और नॉर्थ-वेस्ट एमपी के ज्यादातर इलाकों में गुरुवार को हीट वेव और अलग-अलग इलाकों में सीवियर हीट वेव दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री ऊपर जाने पर सीवियर हीट वेव की स्थिति घोषित कर दी जाती है।

IMD के मुताबिक निचले स्तरों पर पाकिस्तान से उत्तर-पश्चिम भारत की ओर शुष्क पश्चिमी, दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के चलते उत्तरी राज्यों के अलग-थलग हिस्सों में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं।

मानसून के फिलहाल आगे बढ़ने के आसार नहीं
मौसम विभाग का कहना है कि मैदानी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून हरियाणा, दिल्ली, पंजाब के कुछ हिस्सों, पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को छोड़ पूरे देश को कवर कर चुका है। इन बचे हुए हिस्सों में अगले कुछ दिनों में भी मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद नहीं है।

मानसून में देरी की वजह से दिल्ली में गर्मी ज्यादा
IMD के रीजनल ऑफिस के हेड कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक दिल्ली में आमतौर पर मानसून 20 जून तक पहुंच जाता है। लेकिन इस बार मानसून में देरी की वजह से ही तापमान बढ़ रहा है। दिल्ली में मंगलवार को इस सीजन में पहली बार सीवियर हीट वेव की स्थिति बनी थी। उस दिन सफदरजंग इलाके में तापमान 43 डिग्री पहुंच गया था। यह इस साल का सबसे ज्यादा टेम्पेरचर है।

हीटस्ट्रोक, डायरिया और टायफायड का बढ़ा खतरा

राजधानी में जुलाई का पहला दिन 89 सालों में सबसे गर्म रहा। एक जुलाई 1931 को पारा 45 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था वहीं कल 43.6 डिग्री दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर आम लोगों की सेहत पर भी दिख रहा है। कोरोना काल में हीटस्ट्रोक, डायरिया व टाइफायड जैसी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ गया है। यही नहीं न्यूनतम तापमान ने भी एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 

दिल्ली में पिछले दो दिनों से पारा 43 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। अधिकतम तापमान में सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस की अधिक वृद्धि दर्ज हुई है। हालांकि, आम लोगों को दो डिग्री ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ रही है। मौसम विभाग के पूर्व महानिदेशक केजे रमेश ने बताया कि हवा में मौजूद नमी का असर सीधे तौर पर तापमान पर पड़ता है। मौसम विभाग हवा के तापमान को मापता है, जिससे दोपहर दो बजे अधिकतम पीक पर पहुंचने पर घोषित किया जाता है। दूसरी ओर, इंडेक्स तापमान भी होता है, जिसमें नमी भी मौजूद होती है। नमी ज्यादा होने से अमूमन तापमान में दो डिग्री सेल्सियस का अंतर आ जाता है।

कब की जाती है लू की घोषणा

मौसम विभाग के मुताबिक, जब मैदानी इलाकों में पारा 40 व इससे अधिक हो और तापमान सामान्य से साढ़े चार डिग्री सेल्सियस अधिक हो तब लू की घोषणा होती है। वहीं, यदि तापमान सामान्य से साढ़े छह डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच रहा हो तो उस स्थिति में गंभीर लू की घोषणा होती है।

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