हाल ही में मोदी कैबिनेट से हटाए गए आसनसोल से बीजेपी के सांसद बाबुल सुप्रियो ने राजनीति और सांसद का पद छोड़ने का ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि वह सिर्फ बीजेपी को पसंद करते हैं और वह किसी और पार्टी में नहीं शामिल होने जा रहे हैं। पूर्व पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा है कि उनके इस फैसले का संबंध मंत्रिमंडल से हटाए जाने से है। पिछले दिनों जब उन्हें कैबिनेट से हटाया गया था तो उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि वह अपने लिए दुखी हैं।
राजनीति में आने से पहले गायक के रूप में फेमस बाबुल ने फेसबुक पर एक लंबा पोस्ट लिखते हुए कहा कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों में अमित शाह और जेपी नड्डा को राजनीति छोड़ने के फैसले के बारे में बता दिया था। उन्होंने लिखा, ”मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने मुझे कई मायनों में प्रेरित किया है। मैं उनके प्यार को कभी नहीं भूलूंगा।” 2014 में बीजेपी में शामिल होने के बाद दो बार आसनसोल से सांसद बने बाबुल ने आगे लिखा, ”सवाल उठेगा कि मैंने राजनीति क्यों छोड़ी? मंत्रालय के जाने से इनका कोई लेनादेना है क्या? हां वह है- कुछ लोगों के पास होना चाहिए! चिंता नहीं करना चाहते हैं तो अगर वह सवाल का जवाब देगी तो सही होगा- इससे मुझे भी शांति मिलेगी।”
बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि 2014 और 2019 में काफी अंतर है। तब वह बीजेपी के टिकट पर अकेले थे, लेकिन आज बंगाल में बीजेपी मुख्य विपक्षी दल है। उन्होंने राज्य ईकाई से कुछ मतभेद की ओर भी इशारा किया है, लेकिन यह भी कहा है कि पार्टी यहां से एक लंबा सफर तय करेगी।
बाबुल सुप्रियो ने लिखा, ”चुनाव से पहले राज्य नेतृत्व के साथ कुछ मुद्दे थे- यह हो सकता है लेकिन उनमें से कुछ सार्वजनिक रूप से आ रहे थे। कहीं न कहीं मैं इसके लिए जिम्मेदार हूं (फेसबुक पोस्ट किया जो पार्टी अराजकता के स्तर में गिरता है) फिर से कहीं और नेता भी बहुत जिम्मेदार हैं, हालांकि मैं नहीं जाना चाहता कि कौन जिम्मेदार है- लेकिन पार्टी की असहमति और वरिष्ठ नेताओं की असहमति से नुकसान हो रहा था, ‘ग्राउंड जीरो’ में भी पार्टी कार्यकर्ताओं के हौसले को किसी भी मदद नहीं कर रहा था। ‘रॉकेट साइंस’ ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। इस समय यह पूरी तरह से अप्रत्याशित है इसलिए आसनसोल की जनता को अनंत आभार और प्यार देकर दूर जा रहा हूं।
बाबा रामदेव के कहने पर 2014 में जॉइन की थी बीजेपी
राजनीति में सात साल की पारी के अंत का ऐलान करते हुए आसनसोल से बीजेपी सांसद और पूर्व मंत्री बाबुल सुप्रियो ने यह भी खुलासा किया है कि वह क्यों और कैसे भगवा दल में शामिल हुए थे। बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि योगगुरु बाबा रामदेव के कहने पर उन्होंने बीजेपी जॉइन की थी और उस समय पार्टी को बंगाल में एक भी सीट मिलने की उम्मीद नहीं थी।
बाबुल सुप्रियो ने लिखा, ”स्वामी रामदेव से संक्षिप्त बातचीत हुई थी। मुझे यह अच्छा नहीं लगा कि बीजेपी बंगाल को इतनी गंभीरता से ले रही थी, लेकिन उसे एक भी सीट मिलने की उम्मीद नहीं थी। मैंने सोचा कि यह कैसे हो सकता है कि जो बंगाल श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी का इतना सम्मान करता है वह बीजेपी को एक भी सीट देने से इनकार कर दे। खासकर तब जब पूरे भारत ने चुनाव से पहले तय कर लिया था कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, बंगाल क्यों अलग सोचेगा। तब मैंने एक बंगाली के रूप में चुनौती स्वीकार की। सबकी सुनी, लेकिन किया वह जो मेरे दिल ने कहा, बिना कल की चिंता किए।”
बाबुल ने राजनीति को अलविदा कहते हुए कहा कि बीजेपी में उनकी अनुपस्थिति से फर्क नहीं पड़ेगी। 2014 में बीजेपी ने बंगाल में दो सीटें जीती थीं। आसनसोल से बाबुल सुप्रियो को जीत मिली थी तो एसएस अहलूवालिया दार्जलिंग से जीतने में सफल रहे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने यह फैसला अचानक नहीं लिया है और अमित शाह व जेपी नड्डा को पहले ही सूचित कर चुके थे। बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा कि वह किसी और पार्टी में शामिल नहीं होंगे।