मोदी सरकार द्वारा हाल ही में लाये गए कृषि कानूनों को लेकर अब बीजेपी के मंत्रियों का ज़ोरदार विरोध शुरू हो गया है। जहां हरियाणा और पंजाब में इन बिलों को लेकर पुरजोर विरोध हो रहा है, वहीं गुरुवार को गोहाना के बरोदा हलके के गांव मुंडलाना में हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल (JP Dalal) का किसानों ने जमकर विरोध करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाये। इस विरोध में हरियाणा के बर्खास्त पीटीआई टीचर्स भी किसानों के समर्थन में आये। किसानों और पीटीआई टीचर्स के विरोध को देखते हुए भारी पुलिस बल गांव में तैनात किया गया था, लेकिन इसके बावजूद किसानों ने कृषि मंत्री के खिलाफ नारे के साथ काले झंडे दिखाते रहे।
आपको बता दें कि कृषि मंत्री जेपी दलाल बरोदा उपचुनाव के प्रभारी हैं और वह गांव मुंडलाना में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए आये थे। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि वह 250 करोड़ रुपए की परियोजना का काम बरोदा हलके के लिए करेंगे। जो काम आज तक नहीं हुआ वो काम बीजेपी सरकार ने पिछले 6 महीने के दौरान किया है। किसी का इस तरह से विरोध करना अच्छी बात नहीं है।
जेजेपी और बीजेपी नेताओं को बरोदा में नहीं घुसने देंगे
25 तारीख के किसानों के भारत बंद के ऐलान को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि भारत बंद का ऐलान किसानों ने नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी ने किया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि हम बीजेपी और जेजेपी के किसी भी नेता को बरोदा के किसी भी गांव में घुसने नहीं देंगे। इनका हर गांव में विरोध होगा।
इस बारे में किसान कांग्रेस के संगठन प्रभारी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि इस किसान विरोधी मोदी सरकार को देश की जनता माफ नहीं करेगी। ये सरकार पिछले 6 सालों से लगातार किसानों के साथ अत्याचार कर रही है और अब तीन काले कानून ला कर तो मोदी सरकार ने किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। हम लगातार सरकार से किसान कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं बजाय उस पर पहल करने के उल्टे सरकार ने तो किसानों को बर्बाद करने की मुहिम चला रखी है। किसानों को न्याय दिलाने के लिए हम अपने नेता श्री राहुल गांधी जी के नेतृत्व में मजबूती से लड़ रहे हैं और देश के अन्नदाताओं के सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई अब निर्णायक होगी।