मध्य प्रदेश के इंदौर में एक हिस्ट्रीशीटर के मकान पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। इंदौर के नामी गुंडे बबलू और बलराम माली के मकान को शनिवार 28 नवंबर की सुबह को धराशाई कर दिया गया। नगर निगम, पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में बबलू के मकान को जमींदोज किया गया।
बबलू पर इंदौर एवं आसपास के जिलों में कई अपराधिक मामले दर्ज है। इंदौर में अपराधिक गतिविधियों के विरुद्ध शुरू किए गए अभियान गुंडा विरोधी अभियान के तहत लिस्टेड अपराधी एवं गुंडे बबलू राम माली का मकान भी तोड़ दिया गया। इसी अभियान की कार्यवाही के तहत कंप्यूटर बाबा का अवैध आश्रम भी तोड़ा गया था।
इंदौर नगर निगम अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह के अनुसार भवरकुआं थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पालदा स्थित बबलू के इस मकान को गिराने जब पुलिस टीम नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंचे तो बबलू के रिश्तेदार व परिवार वालों ने इसका विरोध किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बल प्रयोग कर अतिक्रमण विरोध इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया। बबलू ने अपना मकान कई गुना अतिक्रमण कर रखा था। उसके मकान में कई दुकाने एवं किराएदारों के लिए रूम अतिक्रमण बनाये गए थे।
भोपाल में भी अवैध निर्माण गिराया
भोपाल रेलवे स्टेशन के समीप स्थित करोंद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ईरानी डेरे के अतिक्रमण को नगर निगम, पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन ने किया जमीदोज, जिसमें करीब 40 दुकानें, रेस्टोरेंट्स एवं होटल शामिल हैं। भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 के समीप स्थिति ईरानी डेरे का अतिक्रमण कई सालों से इसी तरह मुंह चिढ़ा रहा था। वर्ष 2017 में हाईकोर्ट ने यहां की 12 हज़ार वर्गफीट अतिक्रमित जगह जो हमीदिया सड़क के किनारे है, को सरकारी घोषित कर दिया था। उसके बाद 3 साल तक पता नहीं क्यों सरकार और प्रशासन यहां से अतिक्रमण हटाने के लिए डर रही थी।
इस जमीन पर हुसैनी जन कल्याण समिति नामक एक एनजीओ का अवैध कब्जा था। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि प्रदेश की राजधानी जहां से सरकार पूरे प्रदेश को चलाती है, वही एक बड़े क्षेत्र पर फैले अतिक्रमण को हटाने में सरकार और सरकारी अधिकारी लंबे समय से हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। हालांकि जब 28 नवंबर, शनिवार की सुबह यहां अतिक्रमण हटाया गया तो स्थानीय लोगों मैं हंगामा होने को लेकर काफी डर व्याप्त था, लेकिन सारी कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। कार्यवाही के लिए दो जेसीबी और दो पोकलेन मशीनों का उपयोग किया गया।
कुछ समय पहले पुलिस एवं नगर निगम का अमला इसी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचा था तब पुलिस और नगर निगम के अमले पर स्थानीय अतिक्रमण करने वाले लोगों द्वारा हमला कर दिया गया था। जिसमें पुलिस के कई जवान घायल हो गए थे, इसमें पुलिस द्वारा एक गिरफ्तारी भी की गई थी।