इंडिया टुडे ग्रुप के पत्रकार को बंगाल हिंसा में मारा गया अपना कार्यकर्ता बताकर घिरी बीजेपी !

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पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजे आने के बाद हुई हिंसा में अपने कार्यकर्ताओं के मारे जाने का दावा करते हुए शेयर किए गए वीडियो में एक पत्रकार की तस्वीर के गलत इस्तेमाल पर बीजेपी घिर गई है। दरअसल, बीजेपी ने जिसे अपना मृत कार्यकर्ता मानिक मोइत्रा होने का दावा किया है, वह इंडिया टुडे ग्रुप के पत्रकार अभ्रो बनर्जी हैं और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। यह गलती सामने आने के बाद बीजेपी आईटी सेल ने वीडियो को डिलीट कर दिया और अभ्रो की तस्वीर को हटाकर नया वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।

दूसरी तरफ इस वीडियो को लेकर बीजेपी घिर गई है और टीएमसी ने उस पर फेक न्यूज के जरिए हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। यही नहीं खुद अभ्रो बनर्जी ने एक ट्वीट कर कहा कि उनकी तस्वीर का बीजेपी आईटी सेल की ओर से बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है।

अभ्रो बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘मैं अभ्रो बनर्जी हूं। जिंदा और सुरक्षित हूं। सीतलकुची से 1,300 किलोमीटर की दूरी पर हूं। बीजेपी आईटी सेल दावा कर रहा है कि मानिक मोइत्रा हूं और सितालकुची में मेरी मौत हो गई है। कृपया, इन फर्जी पोस्ट्स पर यकीन न करें और चिंतित न हों। एक बार फिर से दोहरा दूं कि मैं जिंदा हूं।’ इस ट्वीट के साथ ही अभ्रो ने बंगाल बीजेपी के पेज से शेयर हुए वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें उनकी तस्वीर दिख रही है। हालांकि, अपनी गलती समझ में आते ही बीजेपी ने उस तस्वीर को हटा दिया है और नया वीडियो शेयर किया है। 

वीडियो में अभ्रो की तस्वीर के बेजा इस्तेमाल को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने जवाब दिया है। ‘आज तक’ न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए संबित पात्रा ने माना कि यह बीजेपी आईटी सेल की गलती है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता मानिक मोइत्रा की हिंसा में मौत हुई है, लेकिन गलती से अभ्रो बनर्जी की तस्वीर इस्तेमाल हो गई। संबित पात्रा ने कहा कि बंगाल में हिंसा में 6 लोगों के मारे जाने को लेकर अभ्रो बनर्जी ने एक रिपोर्ट लिखी थी। उस आर्टिकल के संदर्भ का वीडियो में इस्तेमाल किया गया था और गलती से मानिक मोइत्रा के स्थान पर उनकी तस्वीर लग गई।

बीजेपी का आरोप, चुनाव बाद में हिंसा में मारे गए उसके 14 कार्यकर्ता
बता दें कि बीजेपी की ओर से पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा का आरोप टीएमसी पर लगाया गया है। बीजेपी का कहना है कि इस हिंसा में उसके 14 कार्यकर्ता मारे गए हैं। दूसरी तरफ सरकारी आंकड़ों में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 16 लोगों के मरने की बात कही जा रही है। बंगाल सरकार ने सभी मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। होम मिनिस्ट्री की ओर से एक 4 सदस्यीय टीम का गठन भी इन घटनाओं की जांच के लिए किया गया है, जो बंगाल पहुंची है। 

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